इंदौर। कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों तरह के टीके टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होने का असर नजर आने लगा है। गुरुवार को इंदौर में 648 लोगों ने टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। टीका लगवाने वालों में कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों तरह के टीके लगवाने वाले शामिल थे।
जिला टीकाकरण नोडल अधिकारी डा. तरुण गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को नियमित टीकाकरण दिवस होने के बावजूद कोरोना टीकाकरण चालू रहेगा। इस दिन के लिए 33 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। इनमें नगर निगम जोन कार्यालय भी शामिल हैं। सभी टीकाकरण केंद्रों पर कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों तरह के टीके उपलब्ध रहेंगे। जिन लोगों को कोरोना का दूसरा टीका लगवाए छह माह या इससे अधिक समय हो गया है, वे सतर्कता डोज लगवा सकते हैं।
एमजीएम मेडिकल में स्थापित हुई जीनोम सीक्वेंसिंग जांच मशीन
इंदौर। कोरोना सहित अन्य सभी तरह के वायरसों के अलग-अलग वैरिएंट की जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज में जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन गुरुवार को स्थापित हो गई। नेशनल सेंटर फार डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के विशेषज्ञों ने गुरुवार को इस मशीन को चलाकर भी देखा। एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डा. संजय दीक्षित ने बताया कि टीम अगले सप्ताह इंदौर के डाक्टरों को ट्रेनिंग देने के लिए दोबारा आएगी। इसके बाद इंदौर में ही वैरिएंट की जांच होने लगेगी।
इंदौर सहित आसपास के शहरों को मिलेगा फायदा
इंदौर में जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन शुरू होने के बाद इंदौर के साथ-साथ आसपास के शहरों को भी फायदा मिलेगा। किसी व्यक्ति के किसी वायरस की चपेट में आने पर कुछ ही घंटों की जांच में पता चल जाएगा कि वायरस में किस तरह के बदलाव आ रहे हैं। इससे मरीज का त्वरित उपचार हो सकेगा। अभी तक इंदौर में जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन नहीं होने की वजह से सैंपल भोपाल भेजना पड़ते हैं।